Qविद्युत परिपथ का क्या अर्थ है?
उत्तर :विद्युत धारा के सतत और बंद पथ को विद्युत परिपथ कहते हैं। परिपथ के टूट जाने से विद्युत धारा का प्रभाव खत्म हो जाता है* विद्युत धारा (current) : किसी चालक के विद्युत आवेश के बहने की दर को विद्युत धारा कहते हैं।
Q. विद्युत धारा के मात्रक की परिभाषा लिखिए।
उत्तर : एम्पीयर
Q.एक कूलॉम आवेश की रचना करने वाले इलेक्ट्रॉनों की संख्या परिकलित कीजिए।
उत्तर :
Q.उस युक्ति का नाम लिखिए जो किसी चालक के सिरों पर विभवांतर बनाए रखने में सहायता करती है।
उत्तर :बैटरी वह उपकरण है जो किसी चालक के सिरों पर विभवांतर बनाए रखने में सहायता करती है।
Q.यह कहने का क्या तात्पर्य है कि दो बिन्दुओ के बीच विभवांतर 1V है?
उत्तर:किसी विद्युत् परिपथ के दो बिंदुओं के बीच विभवांतर,1V का तात्पर्य यह है कि एक कूलोम आवेश को एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक लाने में 1 जूल कार्य किया जाता है।
Q.6 V बैटरी से गुजरने वाले हर एक कूलॉम आवेश को कितनी ऊर्जा दी जाती है?
उत्तर :6V बैटरी से गुजरने वाले हर एक कूलॉम आवेश को 6 जूल ऊर्जा दी जाती हैं।
Q.किसी चालक का प्रतिरोध किन कारकों पर निर्भर करता है?
उत्तर : चालक की लंबाई (l) : चालक की लंबाई जितनी ज्यादा होती है उसका प्रतिरोध भी उतना ही ज्यादा होता है। प्रतिरोधक चालक तार के लंबाई के अनुक्रमानुपाती होता है। २. चालक की मोटाई (उसका अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल) (A) : चालक की मोटाई जितनी अधिक होंगी उसका प्रतिरोध भी उतना ही कम होगा।
Q.समान पदार्थ समान पदार्थ के दो तारों में यदि एक पतला तथा दूसरा मोटा हो तो इनमें से मोटे तार में विद्युत धारा आसानी से प्रवाहित होगी जबकि उन्हें समान विद्युत स्रोत से संयोजित किया जाता है क्योंकि मोटे तार का प्रतिरोध पतले तार के प्रतिरोध की अपेक्षा कम है। ... चालक का प्रतिरोध मोटाई (अनुप्रस्थ काट ) के व्युत्क्रमानुपाती होता है।के दो तारों में यदि एक पतला तथा दूसरा मोटा हो तो इनमें से किसमें विद्युत धारा आसानी से प्रवाहित होगी जबकि उन्हें समान विद्युत स्रोत से संयोजित किया जाता है? क्यों?
उत्तर : समान पदार्थ के दो तारों में यदि एक पतला तथा दूसरा मोटा हो तो इनमें से मोटे तार में विद्युत धारा आसानी से प्रवाहित होगी जबकि उन्हें समान विद्युत स्रोत से संयोजित किया जाता है क्योंकि मोटे तार का प्रतिरोध पतले तार के प्रतिरोध की अपेक्षा कम है।** चालक की मोटाई (उसका अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल) (A) : चालक की मोटाई जितनी अधिक होंगी उसका प्रतिरोध भी उतना ही कम होगा।
Q.मान लीजिए किसी वैद्युत अवयव के दो सिरों के बीच विभवांतर को उसके पूर्व के विभवांतर की तुलना में घटाकर आधा कर देने पर भी उसका प्रतिरोध नियत रहता है। तब उस अवयव से प्रवाहित होने वाली विद्युत धारा में क्या परिवर्तन होगा?
उत्तर : विभवांतर को आधा करने पर विद्युत धारा भी पहले की तुलना में आधी हो जाएगी।
Q.विद्युत टोस्टरों तथा विद्युत इस्तरियों के तापन अवयव शुद्ध धातु के न बनाकर किसी मिश्रातु के बनाए जाते हैं?
उत्तर :क्योंकि १. मिश्र धातु (Ni + Cr + Mn + Fe)का प्रतिरोध ज्यादा होता है।२. मिश्र धातु का गलनांक अधिक होता है।३. अत्यधिक तापमान पर इसका ऑक्सीकरण नहीं होता।